कानपुर किडनैपिंग- मर्डर केस एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता और सीओ मनोज गुप्ता समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित


कानपुर में लैब टेक्निशन संजीत यादव हत्या मामले में उठ रहे तमाम सवालों के बीच पुलिस विभाग में ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। अब इस मामले में दो और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है।  सीओ मनोज गुप्ता और एएसपी अपर्णा गुप्ता समेत कुल 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इससे पहले थाना प्रभारी रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी सस्पेंड किया जा चुका है। यानी अब कुल 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। इस मामले में अब तक 5 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। 


बर्रा के लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की हत्या अपहरण के चौथे दिन कर दी गई थी। गुरुवार रात दो बजे एसएसपी दिनेश कुमार पी ने हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि पनकी निवासी कुलदीप पूरे मामले का मांस्टमाइंड था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्याकांड में शामिल कल्याणपुर की महिला और सचेंडी के दो युवक भी पकड़े गए हैं। अन्य फरार की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं।बर्रा पांच निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत यादव 22 जून की देर शाम से लापता था। दो दिन तक संजीत का कोई सुराग न लगने पर परिजनों ने अपहरण की आशंका जताई। आरोप लगाया कि बेटी रुचि से शादी तोड़ने पर बर्रा विश्व बैंक कॉलोनी के राहुल यादव ने बेटे का अपहरण किया। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्जकर आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल। इस दौरान 29 जून को अपहृर्ताओं ने 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए पहली बार कॉल की। आरोप है कि परिवार के जानकारी देने के बाद भी पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा। 11 जुलाई तक अपहर्ताओं ने परिजनों को फिरौती के लिए 21 कॉल्स कीं। परिजनों ने पुलिस निगरानी में 13 जुलाई को फिरौती के 30 लाख रुपए गुजैनी पुल से फेंककर अपहृर्ताओं को दिए थे। अपहर्ता रकम लेकर फरार हो गए और पुलिस ताकती रही। मामला तूल पकड़ने पर अगले दिन एसएसपी ने इंस्पेक्टर रणजीत राय को निलंबित कर दिया और सर्विलांस सेल के प्रभारी हरमीत सिंह को बर्रा का चार्ज दिया। सर्विलांस, स्वॉट, क्राइम ब्रांच को मामले के खुलासे में लगाया गया। गुरुवार को दिनभर हत्या और चार अपहृताओं के गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस छिपाए रही। मामले के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने पर देर रात दो बजे एसएसपी ने खुलासा किया।