कानपुरI बर्रा निवासी पैथोलॉजी कर्मी संजीत अपहरण-हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों की भूमिका पहले से तय कर दी गई थी। मास्टर माइंड ज्ञानेंद्र और रामजी ने मिलकर योजना बनाई थी। यह सच आरोपितों से कस्टडी रिमांड के दौरान पूछताछ में सामने आया है। वहीं संजीत की एक लाख रुपये महीने की आय का बड़बोलापन उसके लिए काल साबित हो गया। रिमांड पर लिए गए आरोपितों ने पूछताछ में पता चला है कि संजीत का बड़बोलापन उसके अपहरण व हत्या का कारण बन गया। आरोपितों के मुताबिक, संजीत ने उनको बताया था कि उसके चार-पांच ट्रक खदान में चलते हैं। वहीं, हर महीने शेयर मार्केट से भी अच्छी रकम आती है। दोनों को मिलाकर करीब एक लाख रुपये महीने की कमाई होती है। संजीत बताता था कि लैब टेक्नीशियन की नौकरी तो सिर्फ टाइम पास के लिए करता था। इतना ही नही बैंक खाते में लाखों रुपये होने की बात कहकर पास बुक भी दिखाई थी। इसके बाद ही सभी ने मिलकर संजीत का अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना बनाई थी।