उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अभी दो साल बाकी हैं। लेकिन उससे पहले ब्राह्मणों और दलितों को लेकर सियासत शुरू हो गई। रविवार को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा कि अगर 2022 के चुनाव में बसपा सरकार बनी तो कोरोनाकाल में सरकार की कमियों को ध्यान में रखकर ब्राह्मण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल और सुविधायुक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण होगा। इससे पहले सपा ने लखनऊ में भगवान परशुराम की भव्य प्रतिमा लगाने का ऐलान किया है। इसके बाद से सियासत जारी है।
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