देशों में जहां राष्ट्र के विकास के लिए टैलेंट को तवज्जो दी जाती है वही भारत मे टैलेंट की नही बल्कि प्रभाव की बात होती है: ज्ञान प्रकाश तिवारी


रायबरेली। देश एवं प्रदेश में युवाओं की बढ़ती दुर्दशा और बेरोजगारी के चरम पर पहुचने से युवाओं के सामने उत्पन्न बदतर हालातो से युवाओं को बाहर निकालने के लिए एक संगठन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए देश भर से युवाओं को एकत्र कर उन्हें कई मंडलो में बांटकर युवाओं की टोली तैयार की जाएगी जो सीधे सरकार से युवाओं के हक की बात कर सकेंगे और युवाओं के सामने आई समस्याओं का निराकरण करा सकेंगे। ये बाते राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन भारत के राष्ट्रीय प्रभारी एवं राष्ट्रीय अनुशासन मंत्री ज्ञान प्रकाश तिवारी  ने कहा I

आगे कहा कि बीते दो दशकों से युवाओं के हालात बदतर होते जा रहे है जिनकी तरफ वर्तमान सरकार और पूर्व सरकारों का ध्यान ही नही गया है। कहने को तो युवाओं को भारत का भविष्य कहा जाता है पर जब भी युवाओं के कल्याण की बात होती है तो कल्याण केवल अधिकारियों, नेताओ और जन प्रतिनिधियों के खास लोगो का ही होता है। अन्य देशों में जहां राष्ट्र के विकास के लिए टैलेंट को तवज्जो दी जाती है वही भारत मे टैलेंट की बात नही होती है बल्कि प्रभाव की बात होती है। जिसका जितना अधिक प्रभाव उसको उतनी ज्यादा तवज्जो। ऐसे में देश का विकास होना तो दूर देश गर्त की तरफ अग्रसर हो जाएगा। इसलिए अब समय आ गया है युवाओं को एकजुट होकर सरकार को आइना दिखाने का की युवाओं के नाम पर रोटियां सेकना बन्द कर युवाओं के विकास की तरफ ध्यान दो अन्यथा की स्थिति में युवाओं के सामने सरकार को बदलने के सिवा कोई अन्य उपाय नही रहेगा।

इस अवसर पर गीतेश दीक्षित, दीपक त्रिपाठी, हरीश मिश्रा, दिनेश गुप्ता, निलेश गुप्ता, कमलेश गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, कई युवा साथियों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागता संगठन के साथ युवाओं की टीम बनाने का संकल्प लिया