रायबरेली। उ0प्र उद्योग व्यापार मंडल द्वारा जिलाधिकारी रायबरेली को संबोधित ज्ञापन प्रतिनिधि जिला प्रशासन को सौपा गया। मंडल द्वारा ज्ञापन के माध्यम से वि0क्षे0 रोहनियां में नवीन प्रा0 वि0 पूरे बसारत अली मजरे रसूलपुर निर्माण वर्ष 2019 के अवैध निर्माण में तत्कालीन प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र चौधरी द्वारा बरती गई अनियमितताओं के विरोध में जांच की मांग के साथ दोषी पाए जाने पर दंडित कर शासकीय धन की वसूली व विभागीय कार्यवाही की मांग की गई।
व्यापारी नेता आशीष द्विवेदी ने जिला प्रशासन का ध्यान वि0क्षे0 रोहनिया में वर्ष 2018-19 में निर्मित विद्यालय पूरे बसारत अली मजरे रसूलपुर में बनवाये गए विद्यालय भवन की ओर आकृष्ट कराते हुवे कहा कि उक्त विद्यालय जनपद में 07-08 वर्षों से तैनात खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र चौधरी द्वारा की गयी अनियमितताओं का जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने अवगत कराया कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत जनपद के रोहनियां वि0क्षे0 में सत्र 2013-14 में 12 नवीन विद्यालयों हेतु धन प्रेषित किया गया था जो कि निर्माण प्रभारियों द्वारा अपर्याप्त धन व चिन्हित क्षेत्रों में विद्यालय की आवश्यकता न होने के कारण निर्माण से इनकार कर दिया गया था के बावजूद प्रभारी बीईओ रमेश चौधरी द्वारा सक्षम अधिकारी के माध्यम से राज्य परियोजना कार्यालय से अनुमति प्राप्त किये बिना निर्माण कराया जाना शासकीय धन की बंदर बांट एवं दुःसाहस की कहानी बयां करता है।
श्री द्विवेदी ने कहा कि धन बंदरबांट का खेल, प्रभारी बीईओ रमेश चौधरी की नज़र एसएमसी खातों में वर्षों से पड़े धन पर पड़ने के उपरांत प्रारम्भ हुवा। जिस क्रम में प्रा0वि0 पूरे बसारत के धन को हड़पने की नीयत से बीईओ द्वारा प्रधानाध्यापक को दिनांक 16नवम्बर18 को निर्माण का आदेश दिया गया व अन्यथा की दशा में नवंबर 2018 के वेतन आहरण बाधित किये जाने की चेतावनी भी दी गयी। जिसपर स्वास्थ्यगत कारणों से प्रधानाध्यापक द्वारा असमर्थता व्यक्त कर दी गयी। फिर भी मनबढ़ प्रभारी बीईओ द्वारा हार नही मानी गयी व अपने चहेते शिक्षक सुरेश बहादुर को निर्माण की जिम्मेदारी दी दी गयी व साथ ही रसूलपुर के एसएमसी खाता संख्या 32519892267 को प्रधानाध्यापक के स्थान पर निर्माण प्रभारी सुरेश बहादुर व एसएमसी अध्यक्ष धुन्नीलाल के नाम स्थानांतरित कर दिया गया। जबकि प्रभारी बीईओ द्वारा 10नवम्बर18 को ही सुरेश बहादुर को निर्माण की जिम्मेदारी का आदेश दिया जा चुका था, अतः स्पष्ट है कि प्रधानाध्यापक रसूलपुर को 16नवम्बर18 को दिया गया निर्माण आदेश खानापूर्ति करते मात्र व धन के बंदरबांट की बानगी था।
उन्होंने बताया कि बीईओ व निर्माण प्रभारी द्वारा एसएमसी खाते से लगभग 09 लाख रुपए आहरण किया गया जिसमें लगभग 04 से 05 लाख रुपये का आहरण बेयरर चेक के माध्यम से नगद भुगतान के रूप में हुवा व भेद खुल जाने के भय से निर्माण प्रभारी द्वारा नगद एक लाख रुपये उक्त खाते में जमा भी किये गए जो स्वयं में जांच का प्रमुख बिंदु है।
श्री द्विवेदी ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या उपरोक्त प्रकरण गंभीर प्रकृति का है जो कि प्रभारी बीईओ व निर्माण प्रभारी के माध्यम से शासकीय धन के दुरपयोग से संबंधित है जो कि सर्व शिक्षा अभियान व विभाग की छवि धूमिल करता है। इस अवसर पर मंडल पदाधिकारी मुशर्रफ खान, सत्रोंहन सोनकर, प्रियंका कक्कड़, अलका जैसवाल, अखिलेश श्रीवास्तव, प्रमोद पांडेय, राजकुमार मल, मो.इस्लाम, दिलदार राईनी, आशीष यादव, राजू खान, अब्दुल गफ्फार, मुन्ना खान, गिरजेश मिश्रा, मनोज पाठक, दोस्त मोहमम्द, शिवशंकर सोनकर, उपस्थित रहे।