नाकामियां छुपाने को सरकार पुलिस के सहारे,प्रदेश की सरकार,अंग्रेजी शासन की राह पर-महासचिव आशीष द्विवेदी
रायबरेली। सत्य-अहिँसा-त्याग के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा गांघी व सादगी की प्रतिमूर्ति पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर देश-प्रदेश की वर्तमान व्यवस्था पर विचार व्यक्त करते हुवे कांग्रेस महासचिव एवं व्यापारी नेता आशीष द्विवेदी ने सरकार की नीतियों को दमनकारी बताया व कहा कि जनाक्रोश को दबाना सरकार की नियति बन चुकी है उन्होंने कहा कि हाल ही में घटित हाथरस-बलरामपुर-बुलंदशहर आदि शहरों की महिला उत्पीड़न की घटनाओं ने गांधी सिद्धांतो को आहत किया है। उन्होंने महिला अत्याचार की घटित घटनाओ पर सरकार की नीति पर प्रश्नचिंह लगाते हुवे कहा कि नाकामियां छुपाने को सरकार पुलिस के सहारे आवाज़ दबाने का काम कर रही। उमड़ते जनाक्रोश को कुचला जाना ध्वस्त कानून व्यवस्था का परिचयक है।
बापू व शास्त्री को नमन करते हुवे श्री द्विवेदी ने कहा कि शांति-समानता एवं सद्भाव के प्रबल समर्थक बाबू व हरित क्रांति के जनक, किसानों के मसीहा शास्त्री के देश मे त्राहिमाम करती जनता, बिलखता किसान, असुरक्षित महिलाये व आंदोलित युवा दुर्भाग्य का विषय है। उन्होंने कहा कि रामराज्य का संकल्प करने वाली सरकार में महिलाओं का असुरक्षित होना रावणराज्य की अनुभूति कराता है। उन्होंने कहा कि व्यापारी,किसान,महिलाये,युवा सभी पीड़ित व शोषित हैं प्रदेश की सरकार अंग्रेजी शासन की राह पर है।
आशीष द्विवेदी