कानपुर।
पुलिस ने जो कडिय़ां जोड़ी हैं, उसका सिरा कानपुर से लखनऊ होते हुए गुजरात तक जा पहुंचा है।
साथ ही यह भी सामने आया है कि डाटा सार्वजनिक है और फिलहाल पुलिस को जांच में कुछ हासिल होता नहीं दिखाई पड़ रहा है।
आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने पिछले दिनों डीआइजी कानपुर को एक पत्र भेजकर शिकायत की थी, जिसमें यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों का डाटा लीक होने की जानकारी देते हुए एफआइआर दर्ज करने की मांग की गई थी।
डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने इस मामले की जांच सीओ अनवरगंज अकमल खान को दी है।
सीओ के मुताबिक उन्होंने उस व्यक्ति को खोज लिया है, जिसकी शिकायत आइपीएस अमिताभ ठुकार ने की थी।
उसके मोबाइल फोन पर उन्हें परीक्षार्थियों का डाटा मिला है।