आगरा के रोहता स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में 56.94 लाख रुपये की डकैती की घटना में अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। डकैतों की जानकारी देने पर एक लाख का इनाम घोषित करने पर भी बात नहीं बनी तो शुक्रवार को 100 पुलिसकर्मी सादा वर्दी में गांवों में लगाए गए। ये लोगों से बातचीत कर बदमाशों का सुराग लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
15 दिसंबर को दिनदहाड़े बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देकर बदमाश रोहता गांव में होकर भाग गए थे। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला था। इसमें बदमाश बाइक में धक्का लगाते हुए दिख रहे थे। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने भागने के लिए रोहता गांव से इरादतनगर और शमसाबाद का मार्ग अपनाया होगा। भागने का एक मार्ग रोहता से मलपुरा का भी हो सकता है। इन दोनों ही रास्तों पर तीन दिन से 100 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। उम्मीद है कि किसी ने बदमाशों को पहचाना होगा तो वह बता देगा। ठेल और खोखे वालों से भी पूछताछ की गई है।
बैंक के आसपास दुकान और ढाबों पर काम करने वाले कर्मचारियों का भी रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। यह देखा जा रहा है कि घटना से कुछ दिन पहले किसी कर्मचारी से मिलने कोई संदिग्ध तो नहीं आया था। वह बैंक की रेकी तो नहीं करके गया था। इसके बारे में पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि जांच की जा रही है। फुटेज से बदमाशों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस टीम काम कर रही हैं। अलग-अलग तरीके से पता किया जा रहा है। सर्विलांस की मदद ली जा रही है।
पुलिस को बदमाशों के जो फुटेज मिले हैं, उनको जेल में बंद अपराधियों को दिखाया गया है। फुटेज में बैंक लूटने वाले बदमाशों के चेहरे तो नहीं आ रहे हैं। मगर, बाइक चलाने और कद-काठी से उनके बारे में पता किया जा सकता है। इस पर ही पुलिस ने जेल में बंद अपराधियों से जानकारी की। मगर, कुछ पता नहीं चल सका।
बैंक लुटेरों के बारे में सुराग देने वाले के लिए एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की गई है। जो सूचना देगा, पुलिस उसका नाम भी गोपनीय रखेगी। इस पर शुक्रवार को थाना सदर में कई फोन आए। लोगों ने मालूम किया कि यह रकम कैसे मिलेगी? पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने अंदाजे के आधार पर बताया कि बदमाश किस गांव के हो सकते हैं? इस पर काम किया जा रहा है।