करीब पचास से ज्यादा बच्चों के यौन शोषण के आरोपी सिंचाई विभाग के निलंबित अवर अभियंता रामभवन के मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम को जिले के मोबाइल व लैपटॉप समेत अन्य इलेक्ट्रानिक्स सामग्री बेचने वाले दुकानदारों ने दुकान के बिल व्हाटसएप पर भेजे हैं।
कई दुकानदारों ने अभी सीबीआई टीम द्वारा मांगी गई पूरी जानकारी नहीं दी है। यौन शोषण के आरोपी जेई के मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने उसके घर व अन्य जगह से मिली सामग्री की जांच की। दो बार से ज्यादा बार जेई के घर जाकर गैजेट्स ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन कई सामग्री की तलाश अधूरी बताई गई है।
शनिवार को मुख्यालय के कई मोबाइल, कंप्यूटर व अन्य इलेक्ट्रानिक्स सामग्री के विक्रेताओं ने बताया कि जेई द्वारा खरीदी गई सामग्री के कई बिल सीबीआई टीम को भेज दिए गए हैं। बताया कि कई सामग्री ऐसी भी हैं, जो सीबीआई ने उन्हें दिखाई थी उनमें से कुछ के बिल नहीं मिले हैं।
दुकानदारों ने बताया कि जब सीबीआई की टीम ने सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस में बुलाकर जानकारी मांगी थी तब भी मुहैया बिल दिए गए थे। कुछ बिल नहीं मिले थे जिनको बाद में भेजने की बात हुई थी। ज्यादातर मिले बिलों का रिकार्ड सीबीआई को भेज दिया गया है।
शोभा सिंह का पुरवा एसडीएम कालोनी में जिस घर में जेई किराये में रहता था, उस घर के एक कमरे में अभी भी जेई की कुछ सामग्री रखी है। इसे लेकर उसकी पत्नी दो दिन पूर्व यहां आई थीं। इसके अलावा जेई की पत्नी ने पति के केस के संबंध में वकीलों से भी राय मशविरा किया है। अधिवक्ता अनुराग सिंह ने बताया कि जेई की पत्नी आईं थीं और केस संबंधी चर्चा हुई है। सोमवार को बांदा अदालत में इस मामले की तारीख है।