बीस दिन में आगरा मेट्रो 15 ‘कदम’ चल चुकी है, यानी इसके 15 स्तूप तैयार किए जा चुके हैं। फतेहाबाद मार्ग पर टीडीआई मॉल के सामने सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर रिंग मशीन से पहले स्तूपकी खोदाई शुरू कराई थी। शनिवार तक 15 स्तूप तैयार हो गए। दूसरी रिंग मशीन भी आ चुकी है। इसके बाद काम और तेज हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि 15 स्तूप में से आठ का रीइनफोर्समेंट हो चुका है। शुरुआत में काम को व्यवस्थित करने में कुछ समय लगा है, लेकिन अब काम तेज हो गया है। प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा। एक रिंग मशीन से स्तूप बनाए जा रहे हैं, दूसरी रिंग मशीन आ गई है। उसकी असेंबलिंग के बाद दूसरी मशीन से भी काम शुरू हो जाएगा।
फतेहाबाद रोड पर तीन मेट्रो स्टेशन और चार किलोमीटर ट्रैक का निर्माण होना है। एक किलोमीटर ट्रैक के लिए 175 स्तूप बनेंगे। पांच स्तूप पर एक पिलर खड़ा होगा। फतेहाबाद रोड पर 1170 मीटर बैरिकेडिंग के बाद अब पुरानी मंडी चौराहा से सर्किट हाउस रोड पर बैरिकेडिंग की जा रही है। पुरानी मंडी चौराहा से पीएसी मैदान में प्रस्तावित मेट्रो डिपो में ट्रेन के प्रवेश के लिए द्वार बनेगा। इसके लिए शनिवार को यहां कार्य चला।
मेट्रो कार्य में सबसे ज्यादा अड़चन बिजली, पानी और सीवर की भूमिगत लाइनों से हो रही है। भूमिगत यूटिलिटी के कारण स्तूप की खोदाई प्रभावित हो रही है। छोटी-बड़ी 500 से अधिक लाइनें हैं। शनिवार को एक तरफ स्तूप खोदाई होती रही दूसरी तरफ बसई चौकी के सामने बिजली खंभे व भूमिगत लाइनों की शिफ्टिंग का कार्य चला।
मेट्रो डिपो निर्माण के लिए अत्याधुनिक कॉन्क्रीट प्लांट शनिवार से पीएसी मैदान में शुरू हो गया। इससे एक घंटे में 30 घन मीटर कॉन्क्रीट मिश्रण तैयार होगा। इसके लिए प्लांट के कैप्सूल जैसे आकार के ड्रमों में सीमेंट, गिट्टी, पानी व अन्य सामान डाला जाता है। यूपीएमआरसी अधिकारी ने बताया कॉन्क्रीट प्लांट शुरू होने से निर्माण में तेजी आएगी।
आगरा मेट्रो रेल परियोजना में दिसंबर 2022 तक छह किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो दौड़ेगी। इसके लिए ताज पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक यूपीएमआरसी ने छह किलोमीटर का प्राथमिकता कॉरिडोर बनाया है। इसमें तीन स्टेशन का काम शुरू हो चुका है, जबकि ताजमहल, आगरा किला और जामा मस्जिद तक ट्रैक व स्टेशन निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।