चूहों ने कुतर दिया था नवजात का शव

 


अतरौली के कीर्ति हास्पिटल में पिछले दिनों एक नवजात बच्ची की चूहों द्वारा कुतरने के बाद मौत के प्रकरण में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग  ने संज्ञान ले लिया है। शिकायत पर आयोग ने संज्ञान लिया गया है। आयोग ने डीएम से 30 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है।

तीन दिसंबर को डीएम के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. अनुपम भास्कर द्वारा की गई जांच में हास्पिटल के प्रबंधन व स्टाफ को दोषी करार दिया जा चुका है। इसके बाद हॉस्पिटल प्रबंधन व स्टाफ की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की रजिस्ट्रार अनु चौधरी की ओर से पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि अनुराग ज्योति ने इस मामले की शिकायत की है, जिसमें ग्राम पिलखुनी निवासी सपना पत्नी राजेश को 22 नंबवर को अतरौली के रामघाट रोड स्थित कीर्ति हॉस्पिटल में पुत्री हुई थी। 

पहले बच्ची को स्वस्थ बताया गया था। एक घंटे बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया। शव को अगले दिन सौंपा गया जो बुरी तरह क्षत-विक्षित था, उसे चूहों ने नोचा था। इस मामले की जांच कराकर 30 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रेषित की जाए। डीएम के मुताबिक हॉस्पिटल संबंधी जांच की आख्या आयोग को जल्द भेज दी जाएगी।

डीएम के निर्देश पर डॉ. अनुपम भास्कर द्वारा की गई जांच में उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा था कि कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। जांच में हास्पिटल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। तय मानकों से अधिक यहां बेड रखे गए थे। इसके अलावा लेबर रूम का नियम न होने के बाद भी प्रसूता का ऑपरेशन कराया गया। 

तबीयत बिगड़ने के बाद भी हायर सेंटर के लिए रेफर नहीं किया गया। साथ ही प्रसव के बाद नवजात बच्ची की देखभाल भी ठीक से नहीं की गई। इस पूरे प्रकरण में साफ तौर पर हास्पिटल प्रबंधन व स्टाफ दोषी है। साथ ही एसएसपी से मांग की थी कि अस्पताल संचालक डॉ. सैय्यद अली जहिर जैदी व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।