आगरा में यमुनापार के कटरा वजीर खां में एक किमी के दायरे में सात दिन में छह जगह पानी की पाइपलाइन लीक हुई हैं। इससे गंगाजल सड़क पर फैलकर बर्बाद हो रहा है, जबकि पानी की समस्या से कटरा वजीर खां, ट्रांसयमुना कॉलोनी, रामबाग, सीता नगर के दस हजार लोग परेशान हैं। यहां छह माह में छठी बार लाइन लीक हुई है।
यमुनापार में लगातार लीकेज के कारण सड़क पर पानी भर रहा है। सड़क उखड़ गई है। इसके अलावा स्ट्रेजी ब्रिज और वाटरवर्क्स के पास से निकल रही पानी की मुख्य लाइनों में भी लीकेज के कारण यमुनापार को पानी प्रेशर से नहीं पहुंच रहा है। लोगों ने इसकी शिकायत की। इसके बावजूद लीकेज की मरम्मत नहीं कराई गई। कटरा वजीर खां के भीम सिंह ने बताया कि शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सीता नगर में भी पानी नहीं मिल रहा है।
यमुनापार में लगातार लीकेज के कारण सड़क पर पानी भर रहा है। सड़क उखड़ गई है। इसके अलावा स्ट्रेजी ब्रिज और वाटरवर्क्स के पास से निकल रही पानी की मुख्य लाइनों में भी लीकेज के कारण यमुनापार को पानी प्रेशर से नहीं पहुंच रहा है। लोगों ने इसकी शिकायत की। इसके बावजूद लीकेज की मरम्मत नहीं कराई गई। कटरा वजीर खां के भीम सिंह ने बताया कि शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सीता नगर में भी पानी नहीं मिल रहा है।
सीता नगर निवासी संजय अग्रवाल ने बताया कि एक तो पहले ही पानी नहीं मिल रहा, सड़कों पर पानी बर्बाद होते हुए देखते हैं तो गुस्सा आता है। पानी की जलकल अधिकारियों को कोई कद्र नहीं है। लीकेज बंद हों तो घरों तक पानी पहुंचे।
कटरा वजीर खां के अनिल कुशवाह ने कहा कि यमुनापार में पानी की समस्या को दूर करने के लिए ट्यूबवेल लगवाए पर कोई राहत नहीं मिली। पानी की टंकियां बनी खड़ी हैं। लाइन भी बिछी है, पर पानी नहीं आता। समग्र योजना बनाए बगैर पानी की यही समस्या बनी रहेगी।
जलकल विभाग के महाप्रबंधक आरएस यादव ने कहा कि यमुनापार पानी की लाइनों में लीकेज की मरम्मत करा रहे हैं। जहां से शिकायतें मिल रही हैं, वहां टीम पहुंचती है। शिकायत के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा एप बनाया गया है। उसका उपयोग करें। उससे मॉनीटरिंग भी आसान है कि शिकायत का निदान हुआ या नहीं।
यमुनापार पेयजल संकट को देखते हुए जुलाई में हुई मंडलीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर अनिल कुमार ने जलकल और जलनिगम अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए थे ताकि अगली गर्मी से पहले ही यमुनापार के लिए पानी पहुंचाया जा सके, लेकिन 6 महीने के बाद भी यमुनापार में पानी के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई।
सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, मेयर नवीन जैन और एत्मादपुर विधायक रामप्रताप सिंह चौहान की संयुक्त बैठक और निरीक्षण में भी तय हुआ था कि दीर्घकालीन और तत्कालिक राहत के उपाय किए जाएं, जिनमें यमुना पार के लिए अलग से मिनी वाटरवर्क्स बनाने की योजना भी बनानी थी, लेकिन इनमें से कोई कदम नहीं उठाया गया।
मेयर नवीन जैन ने कहा कि यमुनापार में पानी की समस्या दूर करने के लिए ट्यूबवेल योजना में जरूरत पड़ी तो नए ट्यूबवेल बढ़ाए जाएंगे। जिन घरों में कनेक्शन हो चुके हैं, वहां पानी क्यों नहीं पहुंच रहा, इसके लिए जलकल और जलनिगम के बीच समन्वय बनवाया जाएगा ताकि गर्मी से पहले पानी की समस्या दूर हो सके।