रूस की महिला से दुष्कर्म का आरोपी कर्नल वारदात को अंजाम देने के बाद खुद पीड़ित से फोन पर मामला रफा-दफा करने को कह रहा था। यहां तक कि माफी भी मांग रहा था। परिजनों व अन्य परिचितों के जरिये पीड़िता व उसके पति पर समझौता करने का दबाव भी बनाया। उनको दस से अधिक काल कीं।
पुलिस की जांच में पता चला कि वारदात के बाद कर्नल नीरज गहलोत ने पीड़िता के पति से कई बार फोन पर बातचीत की। इस दौरान वो कह रहा था कि उसने कुछ नहीं किया। उसको माफ कर दो। उसने ये भी कहा कि जो भी बात हो बैठकर उसको सुलझा लेंगे। केस न दर्ज कराएं। इसकी एक दर्जन कॉल रिकॉंर्डिंग भी हैं।
इसके बाद जब पीड़िता ने एफआईआर दर्ज करवा दी तो कर्नल ने दूसरा रास्ता अपनाया। उसने अपने परिजनों व एक दो परिचितों से कहा कि किसी तरह से समझौता कराएं। कुछ लोगों ने पीड़िता के पति को फोन पर समझौता करने का दबाव बनाया लेकिन वो नहीं माने।
सीओ कैंट ने बताया था कि पीड़िता के बेटे ने मोबाइल में फोटो क्लिक कर ली थीं। पुलिस को सभी फोटोग्राफ नहीं मिल सके हैं। कुछ फोटो डिलीट कर दिए गए हैं। पुलिस अब उन फोटो को रिकवर कराने का प्रयास कर रही है। ये आरोपी के खिलाफ अहम इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हैं।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी कर्नल ने आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस के मुताबिक कर्नल का कहना था कि उस रात पीड़िता का पति शराब के नशे में था। किसी बात पर अपनी पत्नी के साथ मारपीट की। पैसे ऐंठने के लिए उस पर आरोप लगा दिया। उस पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है।