मासूम की हत्या को लेकर धरने पर बैठे लोग



त्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में पीयूष हत्याकांड को लेकर नाराज परिजन और ग्रामीण रविवार की सुबह सदर कोतवाली पहुंचे और एनएच 730 गोरखपुर फरेंदा हाईवे को जाम कर धरना पर बैठ गए। इस दौरान लोगों ने पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। वहीं सड़क जाम की सूचना पाकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन लोगों ने अधिकारियों की कोई बात नहीं सुनी।

धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि पुलिस इस मामले को लेकर गंभीरता नहीं बरत रही है। जैसे- तैसे किशोर को हत्यारोपी बनाकर पुलिस फाइल बंद करना चाहती है। इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए, जिससे सत्यता उजागर हो सके। ऐसे में परिजन मामलें में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सड़क पर डटे रहे।



लोगों ने कहा कि पुलिस की लापरवाही को लेकर सड़क जाम कर धरना देकर निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार का कहना है कि परिजनों का आरोप बेबुनियाद है। परिजनों और ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि मामलें में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जा रही है।


एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल, सदर क्षेत्राधिकारी राजू कुमार, उप जिला अधिकारी साईं तेजा सिलम, महिला थानाध्यक्ष कंचन राय, सदर कोतवाल मनीष सिंह, नगर चौकी इंचार्ज महेंद्र यादव पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों को समझाने में जुटे रहे। इनके अलावा हालात को नियंत्रित करने के लिए आसपास के थानों से भी पुलिस बुलाई गई है।

कोतवाली थाना इलाके के बांसपार गांव के टोला भुलनापुर से छह वर्षीय पीयूष का अपहरण बीते नौ दिसंबर को हुआ था। वहीं बालक का शव शनिवार की रात में गांव के पास खेत में दफन मिला। आरोप है कि पट्टीदार और रिश्ते में चाचा लगने वाले किशोर ने बच्चे का अपहरण करके 50 लाख की फिरौती मांगी थी। रकम नहीं मिलने पर बच्चे की हत्या कर दी।