कानपुर। कपड़ा कमेटी के चुनाव हुए एक वर्ष हो चुका है, इसलिए रविवार को कपड़ा कमेटी की वार्षिक कमेटी की बैठक प्रस्तावित है। इसकी वजह हाल ही में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे हैं। कमेटी के तमाम सदस्यों के मुताबिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का अनुमोदन नहीं लिया गया है।
कपड़ा कमेटी की आम सभा में चुनाव तो नहीं होगा लेकिन बाकी सभी प्रक्रियाएं उसी तरह होगीं। इसमें आय व्यय का ब्यौरा पेश किया जाएगा। आडिटर की नियुक्ति होगी। पांच वरिष्ठ पदाधिकारियों का सम्मान भी कमेटी की ओर से इस मौके पर किया जाएगा। कमेटी के पदाधिकारियों ने ही इन नामों पर अंतिम मुहर लगाई है। इस वार्षिक आम सभा में विवाद होने की भी संभावना बनी है। पिछले माह कमेटी ने बाजार में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। इस मामले में कमेटी के सदस्यों का कहना है कि जितना तय हुआ था, उससे ज्यादा इस पर खर्च कर दिया गया। इसमें करीब पांच लाख रुपये का खर्च किया जा चुका है।
सके अलावा बाजार में बंद पड़े लाउडस्पीकर पर करीब एक लाख रुपये खर्च कर दिया गया लेकिन वे अभी चालू नहीं हैं। इन लाउडस्पीकर के लिए नई वायर लाइन तो डाल दी गई लेकिन उसका भी कोई फायदा नहीं है क्योंकि अब भी सब बदलने के बाद भी कारोबारियों को इससे कोई लाभ नहीं है। इसलिए जिन सीसीटीवी कैमरों की कोई स्वीकृति नहीं है, उन्हें दोबारा हटाया भी जा सकता है। कारोबारी इस मुद्दे को उठाने की तैयार कर चुके हैं।
सीसीटीवी के 48 कैमरों के लिए कानपुर कपड़ा कमेटी ने तीन लाख रुपए स्वीकृत किए थे। इसके अलावा पाइप और एलईडी मानीटर का खर्च है। लाउडस्पीकर के लिए कोई अतिरिक्त खर्च कमेटी पर नहीं पड़ेगा। पांच हजार रुपए से अधिक के वाउचर कार्यकारिणी में पास होते हैं। इसलिए छिपाने जैसी कोई बात नहीं है।