रसूलाबाद (कानपुर देहात)। तहसील प्रशासन की ओर से ठंड से निपटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं सर्दी लगने के बाद जगम्मनपुर धीर गांव की एक बुजुर्ग महिला की हालत बिगड़ जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला को रेफर कर दिया।
रसूलाबाद क्षेत्र में दो दिन पहले सर्दी लगने से मासूम सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भी अफसर सर्दी से बचाव पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। कस्बे और गांवों में अलाव न जलने से लोगों में गुस्सा है। राहगीर कूड़ा जलाकर तापने मजबूर हो रहे हैं। गुरुवार को जगम्मनपुर धीर गांव के बुजुर्ग सुरजा देवी की सर्दी लगने से हालत बिगड़ गई। परिजन सीएचसी रसूलाबाद ले गए। वहां मौजूद डॉ. अमित सक्सेना ने प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। परिजनों ने बताया कि सुरजा देवी को नहाने के बाद सीने में दर्द शुरू हो गया था। वह बेहोश होकर गिर गईं। एक ओर जहां सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अफसरों की ओर से कस्बा सहित क्षेत्र में अलाव तक की व्यवस्था नहीं की गई है। राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ईओ संजय पटेल का कहना है कि डेरापुर से अलाव के लिए लकड़ी मंगाई गई है। जल्द प्रमुख स्थानोंपर अलाव की व्यवस्था हो जाएगी।
एसडीएम अंजू वर्मा ने बताया कि क्षेत्र के लेखपालों को 25-25 कंबल वितरण के लिए दिए गए हैं। जरूरतमंदों को कंबल दिए जा रहे हैं। अलाव की व्यवस्था के लिए ईओ सहित अन्य अफसरों को निर्देश दिए गए हैं।