प्रदेश में कोरोना टीकाकरण तीन सत्रों में होगा। सोमवार व शुक्रवार को दो सत्र चलेंगे। हालांकि जरूरत पड़ने पर चौथा सत्र होगा। यानी दो सत्र के बाद सप्ताह में सोमवार को फिर से टीकाकरण होगा। इसके बावजूद लाभार्थी बचेंगे तो शुक्रवार को टीकाकरण होगा। पहले चरण में टीका लगाने के लिए 1500 स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं। सभी तैयारियां 27 दिसंबर तक पूरी करने की तैयारी है।
अपर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के अनुसार पहले चरण में सभी सरकारी व गैर सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों का टीकाकरण होगा। इनके अलावा आशा, आंगनबाड़ी और सुपरवाइजर भी शामिल किए जाएंगे। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर जैसे राज्य व केंद्रीय पुलिस बल, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबंधन, नगर पालिकाओं के अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों का टीकाकरण होगा। तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों और 50 वर्ष से कम लेकिन मधुमेह, सांस रोग, कैंसर, उच्च रक्चचाप आदि से पीड़ित लोगों का टीकाकरण होगा।
स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्लॉक स्तरीय पीएचसी, अन्य सरकारी अस्पताल, रेलवे अस्पताल, नगरीय स्वास्थ्य केंद्र, सीजीएचएस व निजी मेडिकल कॉलेजों में टीकाकरण स्थल बनेंगे। बड़े शहरों के निजी चिकित्सालयों में जहां 100 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी हैं, वहां भी टीकाकरण सत्र हो सकते हैं। प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर लाभार्थियों की संख्या व स्थान की उपलब्धता के अनुसार तीन सत्र आयोजित होंगे। बड़े अस्पतालों में स्थान मिलने पर तीन से अधिक सत्र हो सकेंगे। प्रत्येक सत्र में छह कर्मचारी होंगे। इनमें से पुलिस व होमगार्ड के दो सुरक्षाकर्मी, एक जांचकर्ता, एक वैक्सीनेटर, एक मोबिलाइजर होगा। पहले व दूसरे चरण में एक अतिरिक्त वैक्सीनेटर रखा जाएगा।
प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर 100 लोगों को टीका लगेगा। यदि एक स्थल पर दो सत्र होंगे तो वहां 200 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के लिए प्रत्येक ब्लॉक में हर श्रेणी से कम से कम 10 प्रतिशत अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिससे आपात स्थिति में उनका सहयोग लिया जा सके। प्रत्येक टीकाकरण सत्र में एनाफाइलेक्सिस किट और प्रत्येक चिकित्सा इकाई पर एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन किट भी उपलब्ध रहेगी।