मिलिट्री इंटेलीजेंस और एसटीएफ की टीम ने मिलिट्री कैंटिन और मेस में नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले जालसाज को सर्विलांस की मदद से दबोच लिया। आरोपी ने कई बेरोजगारों को नियुक्ति पत्र भी थमा दिया था। टीम ने उसके पास से कई फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद किए हैं। एसटीएफ ने आरोपी को कैंट पुलिस के हवाले किया है।
आरोपी की पहचान फैजुल्लागंज, आजाद नगरनिवासी अभय सोनी केरूप में हुई है। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी अभय सोनी फेसबुक से लोगों से दोस्ती करता था। उसके बाद फेसबुक से मोबाइल नंबर लेकर चैटिंग कर नौकरी तलाशने वालों की लिस्ट तैयार करता था।
इसके बाद उन्हें मिलिट्री कैंटीन, मेस और अधिकारियों के घर में फॉलोवर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके रुपये ऐंठता था। इसके बाद उन्हें भर्जी नियुक्तिपत्र थमा देता था। इसका खुलासा तब हुआ जब कैंट कार्यालय में ऐसे कई नियुक्ति पत्र पहुंचे। इसके बाद इसकी जांच मिलिट्री इंटेलिजेंस को सौंपी गई थी।
इसके बाद मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इसकी जानकारी पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद मामले के खुलासे के लिए एसटीएफ की टीम को लगाया गया। एसटीएफ की टीम ने उसका मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाने के साथ ही उसका बैंक डिटेल भी खंगाला। जिसमें लगाया गया आधार कार्ड, निर्वाचन प्रमाणपत्र भी फर्जी निकला।
एसटीएफ की टीम ने जब उसका नंबर सर्विलांस पर लगाया तो उसका मोबाइल नंबर बंद मिला। फिर एसटीएफ ने फेसबुक केजरिए नौकरी के लिए उससे संपर्क कर किया। उसके कॉल करते ही एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलिजेंट की टीम ने उसके दबोच लिया। एटीएफ और मिलिट्री इंजेलिजेंस की टीम ने पूछताछ के बाद उसे कैंट पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। सोमवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।