मंदिर निर्माण के लिए चंदा लेने घर-घर जाएंगे

 


उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव  में होने हैं। लेकिनने चुनाव की तैयारी अभी से चालू कर दी है।  के पदाधिकारियों ने भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व को निर्देश दिए हैं कि राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा उगाने के अभियान में भाजपा के विधायकों को घर-घर भेजें, जिससे राम मंदिर निर्माण के लिए धन संचय के साथ-साथ भाजपा के विधायकों का जनसंपर्क अभियान भी शुरू हो जाए। इस दौरान विधायक लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।

आरएसएस के सूत्रों की माने तो भाजपा के सभी विधायकों को निर्देश दिया गया है कि वो अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में एक जनवरी से 14 फरवरी तक राम मंदिर के लिए सम्पर्क अभियान चलाएं। विधायकों और पदाधिकारियों को हिदायत दी गई है कि वह इस अभियान के तहत हर घर तक पहुंचने का प्रयास करें और दस रुपया, 100 रुपया और एक हजार रुपए बतौर चंदा एकत्रित करें। इस अभियान में विधायकों के काम काम की निगरानी आरएसएस की ओर से की जाएगी।

इस अभियान के बारे में भाजपा के एक विधायक ने बताया, '' राम मंदिर के निर्माण के लिए एक जनवरी से 14 जनवरी तक घर घर पहुंचने का निर्देश दिया गया है। पार्टी के आला अधिकारियों का निर्देश है कि इस अभियान में एक भी घर न छूटे। सबसे सहयोग लेने का प्रयास किया जाए।'' भाजपा के रणनीतिकारों की माने तो पार्टी के इस अभियान का मुख्य मकसद यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना है। पार्टी के आला कमान का मानना है कि राम मंदिर के नाम पर यदि कार्यकर्ता हर घर तक अलख जगाने में कामयाब हो गया तो आने वाले विधानसभा में इसका बहुत बड़ा लाभ मिल सकता है।

राम मंदिर निर्माण को लेकर अपने अभियान में आरएसएस और बीजेपी के अलावा विहिप भी जुटा हुआ है। विहिप के पदाधिकारियों की माने तो देशभर के सवा पांच लाख गावों के 13 करोड़ परिवार के लगभग 65 करोड़ लोगों से व्यक्तिगत संपर्क साधकर अयोध्या की जन्मस्थली से सीधा जोड़ा जाएगा। उनका सहयोग, सम्पर्क और श्रद्धा राम दरबार तक पहुंचाई जाएगी। ट्रस्ट की तरफ से दस लाख कार्यकर्ता वन वन, गांव गांव और गली गली में राम नाम की अलख जगाएंगे।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता बिनोद बंसल ने दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान बताया कि विहिप की तरफ से 44 दिनों का एक अभियान शुरू किया गया है। यह एक ऐसा अभियान है जो अभी तक इतिहास में नहीं हुआ है और न ही आने वाले समय में होने की संभावना है। यह अभियान ट्रस्ट के निर्देश पर चलाया जा रहा है और इस अभियान को श्रीरामजन्मभूमि निधि समर्पण अभियान का नाम दिया गया है।

बंसल ने बताया कि पांच पांच रामभक्तों की टोली बनाएगी। यही टोली घर घर जाकर चंदा एकत्र करेगी। इस टोली का प्रमुख होगा जो एकत्र किए गए चंदे को स्टेट बैंक, पीएनबी या बैंक ऑफ बडौदा की स्थानीय शाखा में जमा करेगा। इस अभियान में ट्रस्ट ने दस रुपए, 100 रुपए और हजार रुपए के कूपन बनाए हैं। जिनमें भगवान श्रीराम के मंदिर और स्वयं श्रीराम का एक चित्र होगा और जिसको श्रद्धालु अपने घर में बने मंदिर में रखकर पूजा करे सकेंगे।

बंसल के मुताबिक, एक हजार से ज्यादा चंदा देने वाले को रसीद दी जाएगी। और रसीद के साथ उनको एक श्रीराम का एक चित्र प्रदान किया जाएगा। 20 हजार से अधिक राशि ट्रांसफर के माध्यम से या चेक के माध्यम से ही स्वीकार की जाएगी। इस अभियान में स्त्री, पुरुष, वनवासी और पहाड़ी समुदाय के लोग हिस्सा ले रहे हैं और अनेक लोगों ने 14 दिन तक इस अभियान में जुड़ने की पेशकश की है। बहुत लोग तो ऐसे भी है जिन्होंने 44 दिन के लिए घर छोड़कर राम की सेवा का निर्णय लिया है।

यह अभियान अब तक का एक अभूतपूर्व अभियान होगा और इसका उद्देश्य श्रीराम की जन्मभूमि पर बनने वाला राष्ट्र मंदिर है। इसीलिए यह सारी कवायद हो रही है। पूज्य संतों की आकांक्षा के अनुरुप ही इसे बनाया जाएगा।