रेलवे की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी के पहले चरण की परीक्षा तीन केंद्रों पर सोमवार से शुरू हो गई। दो पालियों में 724 परीक्षार्थियों को बुलाया गया था, जिसमें 506 ने हिस्सा लिया। यह परीक्षा 13 जनवरी तक चलेगी। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी गणित के कठिन सवालों में उलझे रहे, जबकि सामान्य ज्ञान के प्रश्न उन्हें सरल लगे। रेलवे बोर्ड भर्ती बोर्ड ने एनटीपीसी के तहत चल टिकट परीक्षक, स्टेशन मास्टर, गार्ड, क्लर्क आदि के एक लाख से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। इसके लिए देश भर में 1.25 करोड़ परीक्षार्थियों ने आवेदन किए हैं।
यह परीक्षा कई चरणों में होगी। पहले चरण में 23 लाख परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। इसमें प्रयागराज रेलवे भर्ती बोर्ड को 1.55 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा पूरी कराने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके लिए झांसी समेत दस शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर 4099 पदों के लिए फैसला होगा। सोमवार से यह परीक्षा शुरू हो गई, जो 13 जनवरी तक चलेगी।
झांसी में मनु विहार सिविल लाइंस स्थित एप्टेक कंप्यूटर सेंटर, मिशन कंपाउंड गेट के निकट राज स्टेट व बड़ागांव के बचावली स्थित ज्ञानस्थली महाविद्यालय में केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में क्रमश: 118,128 व 116 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था है। सोमवार को दो पालियों में सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक व दोपहर तीन बजे से शाम 4.30 बजे तक परीक्षा आयोजित की गई। डेढ़ घंटे में 100 बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर देने थे। मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के निर्देश पर गठित फ्लाइंग स्क्वाएड ने परीक्षा केंद्रों पर जांच की। परीक्षार्थियों से परीक्षा शुरू होने से डेढ़ घंटे पहले पहुंचने के लिए कहा गया है।
दीपक श्रीवास ने कहा कि हर विषय से प्रश्न पूछे गए थे। गणित के कठिन सवाल पूछे गए थे, जिनको हल करने में ज्यादा वक्त लग गया। वहीं दीप्ति गुप्ता ने कहा कि ज्यामिति के ज्यादा प्रश्न पूछे गए थे। सभी सवालों में सूत्रों का खेल था, जिनको सूत्र ध्यान थे, उनके लिए पेपर सरल था। दूसरी तरफ दीक्षा तिवारी का कहना है कि केंद्र सरकार की सुकन्या जैसी योजनाओं के बारे में भी सवाल पूछे गए थे। सामान्य ज्ञान के प्रश्नों को हल करने में ज्यादा समय नहीं लगा। शिवांगी का कहना है कि पढ़ने वाले परीक्षार्थियों के लिए पेपर कठिन नहीं था। अधिकांश प्रश्नों के सही जवाब आ गए थे। ज्यादा मुश्किल नहीं
झांसी में तीन, आगरा में आठ, मथुरा में दो, देहरादून में छह, रुड़की में तीन, प्रयागराज में 13, कानपुर में 10, मुरादाबाद व अलीगढ़ में एक- एक परीक्षा केंद्र बनाया गया है।