आम जनता में सबसे पहले कोमॉर्बिड (पुराने मरीजों) को कोरोना वैक्सीन की डोज मिलेगी। इनमें डायबिटीज, हाइपरटेंशन, गुर्दा, लिवर, दमा, अस्थमा, सांस की एलर्जी, कैंसर, न्यूरो आदि रोगों से पीड़ित लोग आते हैं।
इनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने से संक्रमण का अधिक खतरनाक होता है। कोरोना से मरने वालों में ऐसे 85 फीसदी रोगी थे। वैसे टीकाकरण अभियान की शुरुआत सबसे पहले कोरोना से दो-दो हाथ करने में जुटे फ्रंट लाइन वर्करों से होगी।
ताकि ये बेफिक्र होकर अपने काम में लगे रहें। इसके बाद जब आम जनता की बारी आएगी तो इसमें पुराने मरीजों को प्राथमिकता मिलेगी। शासन स्तर से ऐसे लोगों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।