महिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र गोरखपुर द्वारा गांधी शिल्प बाजार का किया गया आयोजन


कानपुर । हस्तशिल्प के प्रति लोगों में क्षीण होती रुचि को ध्यान में रखते हुए गांधी शिल्प बाजार का आयोजन किया गया । इस आयोजन का एकमात्र उद्देश्य है कि जो आज भारतीय बाजारों में विदेशी कंपनियों का कब्जा हो गया है गांधी शिल्प बाजार के माध्यम से उन कब्जे को खत्म करना एवं भारतीय कला को फिर से जिंदा करने का प्रयास किया जा रहा है । बताते चलें कार्यालय विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से महिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र सुडिया कुआं, बशारतपुर, गोरखपुर के द्वारा कानपुर के शास्त्री नगर स्थित बड़ा सेंट्रल पार्क में 15 फरवरी से लेकर 24 फरवरी तक हाथों से बने वाले अनेकों सामानों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है 

काफी सालों से हो रहा है प्रदर्शनी का आयोजन 

इस प्रदर्शनी में पेच वर्क,जरी,जरदोरी,ज्वेलरी,हाथों से बनने वाला हैंड बैग, स्टोन ज्वैलरी, कारपेट, सोल पीठ, जूती जैसे अनेकों सामग्री मौजूद है । प्रदर्शनी में अलग-अलग राज्यों के कलाकारों द्वारा बनाई गई सामग्री कानपुर की जनता के लिए लाई गई है जिससे कानपुर बाजारों से विदेशी सामग्री को हटाकर अपने देश में भारतीय लोगों के हाथों से बनने वाली सामग्री को जगह दी जा सके ।