डॉ इन्द्रेश कुमार ने अपने उदबोधन में चीन की विस्तार वादी नीति से समस्त देशों से सावधान रहने व चीनी वस्तुओं का वहिष्कार का आववाहन किया एवं हिदुओ के पवित्र स्थान कैलाश मानसरोवर एवं तिब्बत की आजादी के लिए हर संभव प्रयास का संकल्प दिलाया।मुख्यातिथि राष्ट्रीय सन्त एवं महामंडेश्वर स्वामी डॉ अभिजितानंद जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि माँ भारती सुरक्षा व "वासुदेव कुटुम्बकम" को चितार्थ करने के लिए हम सब को चीन व चीनी वस्तुओं का वहिष्कार करने के लिए लोगो को जागरूक करे ।
इसके पूर्व मार्गदर्शक डॉ इन्देश कुमार जी व राष्ट्रीय संत एवं महामंडेश्वर स्वामी अभिजितानंद जी महाराज का आये देश भर के पदाधिकारियों ने भव्य स्वागत किया।दो दिन चली बैठक में मंच के स्थापना दिवस पर मंच के देश भर से कार्यकर्ता के 5 मई को धर्मगुरु दलाई लामा जी के वर्तमान निवास स्थान "धर्मशाला, हिमांचल प्रदेश चलो " का राष्ट्रीय कार्यक्रम बना।साथ ही मंच के समस्त प्रान्तों का द्वारा वर्ष भर देश भर में विभिन्न देश,समाज व पर्यावरण सेवा के कार्यक्रम निर्धारित हुए।
बैठक के समापन दिन में वरिष्ठ प्रचारक डॉ इन्द्रेश कुमार जी व राष्ट्रीय संत स्वामी अभिजितानंद जी, पंकज गोयल के नेतृत्व में देश भर से आये समस्त पदाधिकारियो की "चीन की सीमा चीन की दीवार बाकी सब कब्जा हैं " व "तिब्बत को आजाद करो" के नारे के साथ एक बड़ी रैली निकाली गई। जिसमें चीन व चीनी वस्तुओं के वहिष्कार के विभिन्न स्लोगन भी थे। समापन समारोह में डॉ इन्द्रेश कुमार का मार्गदर्शन व तिब्बत की रक्षा मंत्री श्रीमती डोलमा जी द्वारा भारत तिब्बत सहयोग मंच द्वारा तिब्बत की आजादी के लिए किए जा रहे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। इस बैठक में कानपुर प्रान्त के संरक्षक राष्ट्रीय संत एवं महामंडेश्वर डॉ अभिजितानंद जी महाराज को उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि होना कानपुर प्रान्त के लिए गौरव की बात हैं, यहाँ स्वामी जी का भव्य स्वागत किया गया।
मंच के कानपुर प्रान्त अध्यक्ष अतुल निगम के नेतृत्व में मातृ मंडल प्रान्त अध्यक्षा श्रीमती अनुपम चौधरी, प्रान्त उपाध्यक्षा श्रीमती अभिलाषा तिवारी, प्रान्त युवा महामंत्री अनुराग चौधरी, देव कुमार ने कानपुर प्रान्त के प्रतिनिधित्व किया।